प्राचीन काल से ही हमारे देश की खुशबू को आभायमान करने में मातृ शक्ति का अतुल्य योगदान रहा है। विभिन्न विधाओं में अनेक ऐसी देवियां हुई हैं जिनके योगदान को देश कभी भूल नहीं पाएगा। रतन, अनमोल घड़ी, जीनत, छोटी बहन, अनोखी अदा जैसी अनेक बेहतरीन फिल्मों के यादगार गीत लिखने वाले प्रसिद्ध गीतकार अंजुम जी तथा प्रसिद्ध संगीतज्ञ, कवि, साहित्यकार, इतिहासकार नारायन नंद स्वामी जी साथ ही प्रतिष्ठित कहानीकार चंडी प्रसाद जी जैसी कालजयी शख्शियतों की जन्मस्थली रहा है उत्तर प्रदेश का जनपद पीलीभीत। यहाँ के विद्वानों ने अपनी कर्मठता, योग्यता से सदैव जनपद की ख्याति में चार-चाँद लगाने का कार्य किया है।

प्राकृतिक छटाओं से युक्त जनपद पीलीभीत का मशहूर इलाका है बीसलपुर, इसी इलाके का एक गाँव है देहुना, पेशे से शिक्षक श्री राजपाल जी जीवन संगिनी श्रीमती मीना देवी जी के संग यहीं रहते हैं। 5 जुलाई 2000 को आपके आँगन में कन्या रत्न का जन्म हुआ तो आप दोनों अति प्रसन्न हुए परंतु उस समय किसी को इस बात का तनिक भी एहसास नहीं था कि यह कन्या भविष्य में उनके घर-परिवार ही नहीं अपितु पूरे विश्व में देहुना तथा जनपद पीलीभीत का नाम आभायमान करेगी। बेटी जब धीरे-धीरे स्कूल जाने योग्य आयु की हुई तो पिता जी ने निकट के स्कूल में दाखिला करा दिया और नाम रखा एकता भारती (Ekta Bharati)।

उच्च प्रज्ञा राशि की स्वामिनी एकता भारती जी बचपन से ही स्कूल में शिक्षकों के आकर्षण का केंद्र बनने लगी। अभी बेटी महज पांचवी दर्जे की ही छात्रा थी कि श्रीयुत राजपाल जी को एक दिन यह देख कर बड़ा अचंभा लगा कि वह शब्दों को इस तरह पिरो रही थी कि वो कविता के रूप में सज गए फिर क्या था बेटी धीरे-धीरे इस दिशा में आगे बढ़ने लगी और कविताओं का लेखन प्रारंभ कर दिया। एकता जी के इस गुण को देखकर श्री दिनेश पाल गंगवार जी ने जबरदस्त प्रोत्साहन एवं सहयोग देना शुरु कर दिया। अब एकता जी कविता लिखने के साथ-साथ मंच पर भी कविताएं सुनाने जाने लगी। इतनी छोटी उम्र की बच्ची के मुख से जो भी कविता सुनता दंग रह जाता। हाई स्कूल तक पहुंचते-पहुंचते एकता जी बड़े-बड़े मंच पर काव्य पाठ करने लगी और आपकी ख्याति में तेजी से इजाफा होने लगा। बहुत कम ही आयु में एकता जी मात्र बीसलपुर ही नहीं अपितु दूर-दूर प्रतिष्ठित मंचों पर काव्यपाठ हेतु आमंत्रित की जाने लगी। वर्तमान में देश का कोई कोना नहीं बचा है जहां आपको काव्यपाठ हेतु आमंत्रित न किया जाता हो तथा देश के समस्त प्रतिष्ठित मंचों और कवियो संग आप प्रायः काव्यपाठ हेतु आमंत्रित की जाती रहती हैं। आपको हर बड़े मंच पर आमंत्रित किया जाता है साथ ही अनेक प्रतिष्ठित अवार्डों से प्रायः सम्मानित किया जाता रहता है।