महादेव भक्त महा महोपाध्याय डॉ. शिव वरण शुक्ल जी का व्यक्तित्व परिचय

महादेव भक्त महा महोपाध्याय डॉ. शिव वरण शुक्ल जी का व्यक्तित्व परिचय

संस्कृत के मूर्धन्य विद्वान होने के साथ ही साथ 5 वर्ष मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज कलाकांकर में आयोग द्वारा चयनित प्राचार्य रहे और 7 वर्ष छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग (छत्तीसगढ़ शासन) रायपुर में अकादमिक सदस्य एवं अध्यक्ष के रूप में कार्य किया

बड़ा बिज़नेस द्वारा आयोजित एंटरप्रेन्योर्स लॉन्चपैड इवेंट में डॉ. विवेक बिंद्रा के सेशन ने रचा इतिहास, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड् में हुआ दर्ज

बड़ा बिज़नेस द्वारा आयोजित एंटरप्रेन्योर्स लॉन्चपैड इवेंट में डॉ. विवेक बिंद्रा के सेशन ने रचा इतिहास, गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड् में हुआ दर्ज

डॉ. विवेक बिंद्रा जी आज किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हैँ, इनके लिए कहा जाता है कि “आप सोते को भी जगा देते है और उसके अन्दर इतना मोटिवेशन और एनर्जी भर देते है कि वो बड़े-बड़े काम कर सकता हैं”।

नर्मदापथ के महायोगी अवधूत समर्थ सद्गुरु दादा गुरु की अखंड निराहार महाव्रत साधना गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

नर्मदापथ के महायोगी अवधूत समर्थ सद्गुरु दादा गुरु की अखंड निराहार महाव्रत साधना गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज

समर्थ सद्गुरु दादा गुरु की इस साधना एवं महाव्रत को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स ने विश्व कीर्तिमान का दर्जा देते हुए “First to Observe 1000 Days Fast for Social Cause” के शीर्षक के साथ अपनी रिकॉर्ड बुक में दर्ज किया हैं।

‘स्वच्छ मोरना नदी अभियान’ ने विश्व किर्तिमान स्थापित किया 

‘स्वच्छ मोरना नदी अभियान’ ने विश्व किर्तिमान स्थापित किया 

नदियों के महत्व को मनुष्य अच्छी तरह से जानता है। लेकिन फिर भी नदियों को प्रदूषित कर रहा है।  पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है जो बिलकुल  नमकीन है। यह पानी पीने योग्य नहीं है।   तीन प्रतिशत जल  सिर्फ  पीने योग्य है जिसमें से...
हर दौर में छाए हैं इन्दोरीयंस

हर दौर में छाए हैं इन्दोरीयंस

पुराना दौर हो या नया दौर हो, चाहे मानवता हो या धार्मिकता या फिर राजनीति या सामाजिक क्षेत्र हो इनके साथ ही साहित्य, कला, संगीत, अभिनय आदि में इंदौर ने हर दौर में अपने को अव्वल रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी और हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति से इन्दोरीयंस ने अपना जलवा बरकरार...
तुलसी स्वरूप तन्मय बजाज

तुलसी स्वरूप तन्मय बजाज

भक्तों द्वारा अपने भगवान या ईष्ट को प्रसन्न करने के लिए तथा अपनी समस्याओं के निवारण के लिए सरल भाषा में की गई प्रार्थना चालीसा कही जाती है। हनुमान चालीसा को चालीसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें 40 छंद होते हैं। महावीर हनुमान जी को भगवान शिव जी का ग्यारहवां रुद्र...