हिन्दी दिवस: 14 सितम्बर

हिन्दी दिवस: 14 सितम्बर

साधारण शब्दों में कहें तो राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है जो पूरा देश बोले और समझे राजभाषा वह भाषा होती है जिसमें सरकारी कामकाज किया जाता है।

 हिंदी राष्ट्रभाषा घोषित हो

 हिंदी राष्ट्रभाषा घोषित हो

हिन्दी दिवस राष्ट्रीय हिंदी दिवस प्रति वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है। 14 सिंतबर 1949 में संघ की विधानसभा ने हिंदी को अपनाया। जिसे देवनागरी लिपि में संघ की आधिकारिक भाषा के रूप में लिखा गया था। जबकि विश्व हिंदी दिवस का फोकस वैश्विक स्तर पर भाषा को बढ़ावा देना है।...
बदलते परिवेश में शिक्षा और शिक्षक

बदलते परिवेश में शिक्षा और शिक्षक

“शिक्षक दिवस ” डॉ.सर्वपल्लीराधाकृष्णन भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति  का जन्मदिन  भारत में प्रतिवर्ष 5 सितंबर  शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन होता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है...
अद्भुत कविका: एकता भारती

अद्भुत कविका: एकता भारती

प्राचीन काल से ही हमारे देश की खुशबू को आभायमान करने में मातृ शक्ति का अतुल्य योगदान रहा है। विभिन्न विधाओं में अनेक ऐसी देवियां हुई हैं जिनके योगदान को देश कभी भूल नहीं पाएगा। रतन, अनमोल घड़ी, जीनत, छोटी बहन, अनोखी अदा जैसी अनेक बेहतरीन फिल्मों के यादगार गीत लिखने...
लेखनी में जिनके समाया है दर्द का समंदर: डॉक्टर कुसुम मानसी द्विवेदी

लेखनी में जिनके समाया है दर्द का समंदर: डॉक्टर कुसुम मानसी द्विवेदी

“मेरा-मेरा ही होता था बाकी सब हिस्सा बंटता था” जिनके जीवन में माता-पिता का प्यार इस कदर समाया था तो भला उन्हें इस बात का कैसे भान होता कि आगे चलकर परमपिता परमेश्वर उनके डगर को काफी कंकरीली-पथरीली करने जा रहे हैं। अयोध्या जनपद के मिल्कीपुर तहसील के अंतर्गत...
काव्य जगत की गोल्डन गर्ल: साक्षी रावल

काव्य जगत की गोल्डन गर्ल: साक्षी रावल

कविता लेखन मात्र शब्दों को कागज पर उकेरना भर नहीं होता है और न किसी विषय पर कुछ लिखना भर अथवा विचार विमर्श करना होता है। बल्कि समाज के अंतर्मन में चल रहे द्वंद उनकी पीड़ा-हर्ष, विविध भाव तथा निजता की परिधि में सूनी पड़ी गुफाओं में प्रविष्ट कर वहां दम घुट रहे जीवन को...