मजलूमों के मसीहा: अरविंद कुमार चौरसिया

मजलूमों के मसीहा: अरविंद कुमार चौरसिया

पुलिस बल एक ऐसा निकाय है जो राज्य द्वारा निर्मित कानूनों को लागू करने, संपत्ति की रक्षा और नागरिक व्यवस्था को सुरक्षित रखने का कार्य करती है। पुलिस को प्रदान की गई शक्तियों में वैध बल का उपयोग भी शामिल है। जैसे-जैसे हमारी व्यवस्था विकसित होती गई उसी प्रकार विविध...
सेवा के पर्याय: सुधीर भाई गोयल

सेवा के पर्याय: सुधीर भाई गोयल

गरीब, बेसहारा एवं लाचार लोग हमें अक्सर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के आस-पास, मंदिरों के बाहर आदि दिखाई देते है जिन्हें देखकर अधिकांश लोगों के मन में दया एवं उनकी मदद करने की भावना उत्पन्न होती है परन्तु हम कभी-कभी कुछ पैसे दे कर अपनी भावनाओं की तुष्टि करते हुए उन्हें उसी...
दिल्ली में महिलाओं के संघठन ने ऑनलाइन वर्कशॉप कर बनाया विश्व कीर्तिमान

दिल्ली में महिलाओं के संघठन ने ऑनलाइन वर्कशॉप कर बनाया विश्व कीर्तिमान

6 जून 2020 का दिन दिल्ली प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन (Delhi Pradeshik Maheshwari Mahila Sanghthan) के लिए अत्यंत ही खुशी का पैग़ाम लेकर आया क्योंकि कोरोना के दौरान महिलाओं का हौसला बढ़ाने एवं उनके कौशल विकास के लिए चलाई गई दो महीनों की ऑनलाइन वर्कशॉप, गोल्डन बुक...
विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने को समर्पित: इंजीनियर स्वप्निल कुमार शर्मा

विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने को समर्पित: इंजीनियर स्वप्निल कुमार शर्मा

अत्यंत प्रतिष्ठित संस्थानों से बीटेक एवं एमटेक की पढ़ाई करके, बेहतरीन पदों पर कार्य करते हुए एवं अतिव्यस्त रहने के बावजूद प्रतिपल विज्ञान के नूतन आविष्कारों के बारे में सोचते रहना, कैसे नए-नए वैज्ञानिक आविष्कार आमजन तक पहुंचे इसी में विचार मग्न रहना, तीर्थराज...
हरियाणवी कलाकारों का मसीहा: जगत परदेसी

हरियाणवी कलाकारों का मसीहा: जगत परदेसी

वैसे तो फिल्म जगत को हरियाणा ने अनेक कोहिनूर दिए हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है, लेकिन एक जौहरी ऐसे भी है जिन्होंने हरियाणा के दूरदराज गांवों में छिपी हुई प्रतिभाओं को खोज-खोज कर, तराश कर उन्हें मुंबई में पहुंचा कर सितारा बना दिया। पर्दे के पीछे उस असली...
बेसहारों की सहारा: गुंजन बिष्ट अरोड़ा

बेसहारों की सहारा: गुंजन बिष्ट अरोड़ा

उत्तराखंड की वादियों को तो प्रकृति ने अपने प्राकृतिक स्वरूप में काफी समृद्ध बनाया है लेकिन उसी प्राकृतिक छटावों के बीच गरीबी से अभिशप्त दर दर की ठोकर खाते भीख मांगते बच्चों को जब एक युवती देखती हैं तो उन्हें अपने बचपन के संघर्ष में दिन याद आ जाते हैं और वह भावुक हो...