इस्कॉन प्रचार केंद्र जगदलपुर (ISKCON Prachar Kendra, Jagadalpur) के द्वारा एच जी तमाल कृष्ण दास जी, डायरेक्टर, इस्कॉन यूथ फोरम छत्तीसगढ़ (H G Tamal Krishnadas, Director, ISKCON Youth Forum, Chhattisgarh) के मार्गदर्शन में उमंग फेस्टिवल का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एच जी मुकुंद माधव दास जी, उपाध्यक्ष, इस्कॉन जुहू (H G Dr. Mukund Madhavdas, Vice president, ISKCON Juhu) थे। कार्यक्रम में शिवम शर्मा के द्वारा ओडिशा का लोक प्रसिद्ध नृत्य ओरिसी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में श्रील प्रभुपाद जी (Srila Prabhupada) द्वारा रचित ‘मृत्यु की पराजय’ नामक पुस्तक के शीर्षक पर कृषि कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति के माध्यम से जीवन के दो पहलू अल्फाबेट “बी” और “डी” (B & D) जिसका अर्थ है बर्थ और डेथ (Birth & Death) बताया गया। जीवात्मा जब जन्म लेता है और उसकी मृत्यु निश्चित है। इन दो अल्फाबेट के बीच में अल्फाबेट “सी” आता है जो जीवन के चैलेंजेस (“C”: Challenges of life) को दर्शाता है जिसमे व्यक्ति व्यस्त होता और अपने जीवन का उद्धार नही कर पाता है। श्री तमाल दासजी ने बताया कि हम  सबका ‘हरि नाम’ से ही उद्धार हो सकता है। प्रश्नोत्तर (Q&A) के दौरान उपस्थित युवाओं ने तमाल कृष्ण दासजी से बहुत से प्रश्न पूछे। जिसके उत्तर में उन्होंने ने बताया कि “मन को नियंत्रित करने का एक मात्र साधन है हरी नाम, वैदिक शास्त्र से ही व्यक्ति सज्जन पुरुष (Gentleman ) बन सकता है, भगवद गीता पढ़ने से व्यक्ति स्ट्रेस, डिप्रेशन, एंजाइटी से बच सकता है। “भगवद गीता हमें सिखाती है कि हमें टाइम मैनेजमेंट कैसे करना हैं।” कार्यक्रम के दौरान भूमिका सहा द्वारा कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया गया, कार्यक्रम में  एक्सपर्ट टॉक शो हुआ जिसमें प्रवक्ता के रूप में श्रीमान मुकुंद माधवदास जी बताते है कि खुशियों के कई प्रकार है जिसमे सामान्यजन आहार, विहार, निंद्रा,भय के स्तर पर ही आनंद की प्राप्ति कर लेते है, जो वास्तविक आनंद नहीं है। “वास्तविक आनंद” की प्राप्ति आध्यामिक स्तर पर होती है जो केवल हरि नाम से ही प्राप्त होती है। कार्यक्रम के अंत में एक बहुत ही सुंदर नाट्य प्रस्तुति इस्कॉन के भक्तों द्वारा दी गई जिसकी थीम मी एंड माय माइंड (Me & My mind) थी।

कार्यक्रम में लार्जेस्ट परफॉर्मेंस ऑफ डिवाइन रॉक (largest performance of divine rock) किया गया, जिसमे संकीर्तक के रूप में इस्कॉन जुहू से आए अभय अर्जुन दास जी (Abhay Arjundas) एवं बॉलीवुड सेलिब्रिटी व बीट बॉक्सर श्री नागेश रेड्डी (Nagesh Reddy) द्वारा दैवीय हरिनाम संकीर्तन (Divine Rock) किया गया, जिसमें सैकडों भक्तों के द्वारा हरि नाम का कीर्तन किया गया। जिसमें एक घंटे में लगभग 75 लाख “हरे राम हरे कृष्ण” कीर्तन में सभी भक्त झूम उठे। इस्कॉन द्वारा कृषि कालेज, जगदलपुर में आयोजित विश्व के इस विशालतम डिवाइन कीर्तन में आधुनिक युग और आध्यात्मिक युग का समागम करते हुए अपने नाम को स्वर्णिम अक्षरों में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया एवं इस्कॉन जगदलपुर ने छत्तीसगढ़ को पूरे विश्व में गौरांवित कर किया।

यह संपूर्ण आयोजन वेद व्यास दासजी, अनंत श्याम जी, महेंद्र कांत जी, पंचाधारी जी, ललित जोशी जी, ललित अग्रवाल जी, राजपूर्णिमा देवी दाशी जी ,प्रिंस, कुणाल, महेश ,सतीश ,शाश्वत, इस्कॉन रायपुर , इस्कॉन दुर्ग तथा इस्कॉन जगदलपुर की संपूर्ण टीम के द्वारा संपन्न हुआ।