रायबरेली में निवास करने वाले सरल, सहज, तपस्वी, शिक्षाविद एवं मनीषी डॉ. शिववरण शुक्ल जी सदैव कुछ अनूठा एवं असाध्य कार्य करते रहते है जो राष्ट्र एवं धर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था को प्रकट करता है। ऐसे ही दो कार्य श्री शुक्ल जी द्वारा 21 एवं 22 फरवरी को संपन्न किए गए जिनकी सर्वत्र चर्चा हो रही है।

“विकसित भारत अभियान 2047 की सफलता, समृद्ध- समक्ष ,नव्य-भव्य की परिकल्पना, भारत के विश्व गुरु बनाने की भावना और विश्व शांति तभी संभव है जब पृथ्वी रत्न श्री मोदी जी (Prathvi Ratna Mr. Narendra Modi) कम से कम स्वतन्त्रता के अमृत काल – 2047 तक प्रधामंत्री पद पर प्रतिष्ठित रह कर देश को नित-नूतन वैश्विक योजनाएं प्रतिपादित करते रहे” यह विचार महामहोपाध्याय प्रो. डॉ. शिववरण शुक्ल जी (Prof. Dr. Shiv Varan Shukla) के है। आप यह उद्गार 21-22 फरवरी 2024 को 27 घंटे 31 मिनट के सतत जाप की पूर्णता के अवसर व्यक्त कर रहे थे। यह जाप पतितपावनी माँ गंगा जी के तट पर स्थित प्राचीन सिद्ध ज्वालेश्वर शिव मंदिर पर किया गया। इस जाप का मुख्य उद्देश्य यही रहा कि देवाधिदेव महादेव शिव जी, पृथ्वी रत्न श्री मोदी जी को आजीवन कम से कम 2047 तक प्रधानमंत्री अवश्य बनाये रहें। यह जाप गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड (Golden Book of World Records) में किसी व्यक्ति द्वारा अनवरत सर्वाधिक समय तक किए गए मंत्र जाप शीर्षक के साथ विश्व रिकॉर्ड के रूप में सम्मिलित किया गया।

इस जाप की परिपूर्णता मे उत्तर प्रदेश के सुप्रसिद्ध शिक्षक नेता श्री कृपाशंकर द्विवेदी, टीटू महाराज , डॉ. शिवा आदि सैकडों लोगों का विशेष योगदान रहा। जाप की परिपूर्णता पर उच्च स्तरीय राष्ट्रीय बौद्धिक विमर्श का आयोजन स्वामी अयोध्या शरण जी महाराज (प्रान्तीय संयोजक, नमामि गंगे, जल संसाधन मंत्रालय भारत सरकार, नयी दिल्ली) की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। शिक्षक नेता श्री अरूण कुमार त्रिपाठी, करूणा निधान शुक्ल, शिवांश शुक्ल, श्रेयाशी, डॉ. अतुल अवस्थी, शिवबहादुर तिवारी, डॉ. संदीप मिश्र, डॉ. शिवम् शुक्ल, डॉ. प्रज्ञा शास्त्री आदि विद्वानो़ ने पृथ्वी रत्न श्री मोदी जी को आज की प्रासंगिक अपरिहार्य बताया वहीं डॉ. शिववरण शुक्ल ने पृथ्वी रत्न श्री मोदी जी को युगावतारीय महानायक बताया।

22 फरवरी को ही शाम 04 बजे से नमामि गंगे की ओर से डॉ. शिववरण शुक्ल जी के द्वारा पतित पावनी माँ गंगा की विशिष्ट पूजा आराधना और निरंजना की गयी। इसके बाद डॉ. शुक्ल जी ने कीर्तन, भजन कराते हुए 5100 फीट की गेंदा की माला (garland of marigold) पतित पावनी माँ गंगा जी को अर्पित की एवं विनती की, कि हमारे पृथ्वी रत्न श्री मोदी जी को स्वस्थ रखते हुए शतायु बनाते हुए 2047 तक अवश्य प्रधानमंत्री बनाए रखें, जिससे “संपूर्ण विश्व मध्ये श्रेष्ठो मदीय देश:” चरितार्थ हो एवं भारत संपूर्ण विश्व में श्रेष्ठता सिद्ध करते हुए विश्व गुरु बन सके।

डॉ. शुक्ल का भारत गौरव संवर्धन हेतु किया गया यह कार्य गोल्डेन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड के योग्य समझा गया, इससे आयोजको के साथ समाज मे खुशी फैल गयी। इस प्रकार 22 फरवरी 2024 के पावन अवसर पर पृथ्वी रत्न मोदी जी के आध्यात्मिक शक्ति संवर्धन और कम से कम 2047 तक प्रधानमंत्री पद पर प्रतिष्ठित रहने हेतु दो विश्व रिकॉर्ड संस्थापित हुए। गोल्डेन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड, दिल्ली की प्रतिनिधि श्रीमती सोनल शर्मा जी (Mrs. Sonal Sharma, Representative, the Golden Book of World Records) ने ऑनलाइन दोनों प्रमाण प्रदान किए। श्रीमति शर्मा ने बतलाया कि डॉ. शिव वरण शुक्ल जी के ये उत्कृष्ट कार्य longest marigold garland एवं longest performance of incessant mantra chanting शीर्षक के साथ GBWR में विश्व रेकॉर्ड के रूप में शामिल किए जा रहे हैं। इस ऑनलाइन घोषणा के पश्चात जनता में अपार उल्लास फैल गया।