भक्तों द्वारा अपने भगवान या ईष्ट को प्रसन्न करने के लिए तथा अपनी समस्याओं के निवारण के लिए सरल भाषा में की गई प्रार्थना चालीसा कही जाती है। हनुमान चालीसा को चालीसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें 40 छंद होते हैं। महावीर हनुमान जी को भगवान शिव जी का ग्यारहवां रुद्र अवतार माना जाता है। हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बहुत महत्व कि, ऐसा माना जाता है कि इस चालीसा को पढ़ने से व्यक्ति के मन में साहस, आत्मविश्वास तथा वीरता आती है। घर परिवार में सुख- समृद्धि के साथ आरोग्य का वास होता है, इस वजह से व्यक्ति दुनिया पर विजय प्राप्त करता है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना लोगों के मन से भय निकालने हेतु की थी। हनुमान चालीसा में वैज्ञानिकता भी है जैसा कि इस दोहे में है—
युग सहस्त्र योजन पर भानु।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।
इसमें सूर्य की दूरी का कितना वैज्ञानिक उल्लेख है।
संकट को हरने वाले हनुमान जी के अनेक रूप हैं उनमें से एक है वज्र रूप। वज्र रूप वाले हनुमान जी को बजरंगबली कहा जाता है। बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए बजरंग बाण का पाठ होता है, ऐसी मान्यता है कि बजरंग बाण का जाप करने वाला व्यक्ति हमेशा अपने शत्रुओं पर सफल होता है, उसे सदैव साहस मिलता है, नकारात्मक चीजें मन पर हावी नहीं होती ऐसा विद्वानों मनीषियों एवं संतों का कहना है।

गोराया , पंजाब के रहने वाले श्री मनिक बजाज जी तथा आपकी जीवनसंगिनी श्रीमती रजनी जी के घर मे 26 जनवरी 2014 को जन्मे होनहार सुपुत्र तन्मय बजाज (Tanmay Bajaj) के भीतर हनुमान जी के प्रति जुड़ाव बेहद कम उम्र से ही था और थोड़ा बड़ा होने पर हनुमान चालीसा का धीरे-धीरे जाप करना शुरू कर दिया और वह फिर आगे बढ़ता ही गया। चार वर्ष की उम्र होते – होते असाधारण प्रतिभा का मालिक यह बच्चा हनुमान चालीसा का जाप इतनी तेजी से करने लगा कि जो देखता वही दंग रह जाता। माता-पिता ने बच्चे की इस खूबी को वर्ल्ड रिकॉर्ड के में दर्ज कराने का विचार किया तथा जानकारी प्राप्त कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) से संपर्क किया । मात्र 7 वर्ष 8 माह 11 दिन की आयु में 6 अक्टूबर 2021 को 1 मिनट 50 सेकंड में मास्टर तन्मय बजाज ने संपूर्ण हनुमान चालीसा का जाप करने का आश्चर्य कारनामा कर दिखाया। इस विशिष्ट उपलब्धि को गोल्डन बुकऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) में फास्टेस्ट फीट ऑफ रिसिटिंग हनुमान चालीसा (Fastest Feat Of Reciting Hanuman Chalisa) नामक शीर्षक (Title) से वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया गया।

अपनी इस उपलब्धि से उत्साहित होकर तन्मय ने बजरंग बाण का भी तीव्र गति से जाप करने का अभ्यास प्रारंभ कर दिया तथा 2 नवंबर 2021 को 7 वर्ष 9 माह 7 दिन की उम्र में मात्र 1 मिनट 36 सेकंड में बजरंग बाण का जाप करते हुए एक बार फिर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया तथा इसे फास्टेस्ट फीट ऑफ रीसिटिंग बजरंग बाण (Fastest Feat Of Reciting Bajrang Baan) नामक शीर्षक से गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया।

इस असाधारण उपलब्धि पर तन्मय को अनेक शख्शियतों और संस्थाओं द्वारा विविध सम्मान से अलंकृत किया गया और इसी उम्र में आज वह समाज में एक मानिंद व्यक्तित्व बन चुके हैं।