योग सही तरीके से जीवन जीने का एक विज्ञान है इसलिए इसे दैनिक जीवन में सम्मिलित किया जाना परम आवश्यक होता है। यह व्यक्ति के जीवन से जुड़े भौतिक, मानसिक, आध्यात्मिक एवं भावनात्मक सभी पहलुओं पर कार्य करता है। योग का अर्थ होता है एकता या बन्धन। इस शब्द का मूल संस्कृत भाषा से है, जिसका अर्थ जुड़ना होता है। आध्यात्मिक स्तर पर इस जुड़ने का अर्थ है सार्वभौम चेतना के साथ व्यक्तिगत चेतना का एक होना। व्यावहारिक स्तर पर योग शरीर, मन तथा भावनाओं को संतुलित करने एवं तालमेल बनाने का उत्तम जरिया है। यह सफलता योग या आसन करने से प्राप्त होती है। इस प्रकार योग जीने का एक तरीका है तथा अपने आप में परम उद्देश्य भी है।

योग में विभिन्न प्रकाश के आसन किए जाते है उनमें से एक कठिन आसान है पद्म मयूरासन। पद्म का अर्थ कमल और मयूर को हम लोग मोर कहते हैं अर्थात इस आसन को मोर की मुद्रा में किया जाता है। पद्म मयूर आसन हमारी शारीरिक शक्ति के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इसे करने वाले एक से बढ़कर एक कर्मयोगी भारत भूमि में हुए हैं तथा वर्तमान में भी यह परम्परा अनवरत जारी है।

उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में पिता श्री हरी बाबू जी एवं मां श्रीमती विजेंद्र जी की गोद में 01 जुलाई 2000 को जन्मे श्री कपिल कुमार जी (Kapil Kumar) बचपन से ही सामान्य बच्चों से हटकर व्यवहार करते थे। ज्यों- ज्यों आपकी उम्र बढ़ती गई आपके व्यक्तित्व में भी तेजी के साथ निखार आता गया। पिताजी के अस्वस्थ होने के कारण आपका रुझान योग की तरफ हुआ जो धीरे -धीरे बढ़ता ही गया एवं कुछ ही समय में आप एक निष्णांत योग साधक के रूप में विख्यात हो गए। आपको काफी दूर-दूर से विभिन्न कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाने लगा तथा आपको लम्बे समय तक पद्म मयूर आसन करते देख लोग आश्चर्य चकित हो जाते।

आपके एक शुभचिंतक द्वारा पद्म मयूरासन में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए जाने का सुझाव दिया गया। फलतः आपने विश्वविख्यात संस्था गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) के कार्यालय से संपर्क कर आवेदन प्रेषित किया। आपकी विशेषता को देखते हुए 12 जुलाई 2020 को लार्जेस्ट परफारमेंस आफ पद्म मयूरासन योगा (Largest Performance of Padma Mayurasana Yoga) नामक शीर्षक से आपका नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। यह एक बहुत कठिन योग है मगर आप पद्म मयूरासन के पोज़ को लगातार 3 मिनिट तक करने की क्षमता रखते है। आपकी इस अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि पर अनेक गणमान्य शख्सियतों द्वारा सम्मानित किया गया तथा पूरे जनपद में बच्चे -बच्चे की जुबान पर आपका नाम आ गया।

अभी विज्ञान से स्नातक की पढ़ाई कर रहे श्री कपिल कुमार जी अपनी साधना में रत हैं तथा भविष्य में संपूर्ण विश्व में योग के आभायमान सितारे के रूप में अवश्य देदीप्यमान होंगे।