तीन या चार वर्ष की आयु माता-पिता की गोद में झूला-झूलने की, विविध प्रकार की फरियाद करने की, उन्हें पूरा करने के लिए जिद करने की, दुनिया से बेफिक्र अलमस्त रहने की तथा माँ-बाप में ही समस्त संसार देखने की व दुनिया-जहान का सुख महसूस करने की उम्र होती है। अब इस छोटी सी उम्र में कोई वर्ल्ड रिकार्ड बना ले वह भी योग जैसे कठिन साधना के क्षेत्र में तो स्वाभाविक है कि ऐसे बच्चे को सामान्य समझने की भूल कोई नहीं करेगा, हां दंग अवश्य रह जाएगा। कर्नाटक के बेलगाम जिले (Belgaum, Karnataka) की दो नन्हीं बहनों आराध्या एवं सानवी (Aaradhya and Sanvi Bannihattikar) ने मात्र तीन एवं चार वर्ष की आयु में ताइक्वांडो तथा योग में महारथ हासिल करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करने वाली प्रख्यात संस्था गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराते हुए अद्भुत कारनामा कर दिखाया है।

एक कंपनी में काम करने वाले बेलगाम निवासी श्री शिवराज बनीहत्तीकर जी (Mr. Shivaraj Bannihattikar) की बेटियों ने मात्र 2 वर्ष की उम्र में ही योग में विविध क्रिया कलाप करना शुरु कर दिया। शिवराज जी बेटियों की विशेषता को पहचानते हुए तराशने में लग गए। आपके साथ आपकी जीवन संगिनी श्रीमती अरूणा जी भी लगी रहती हैं। बेटियों ने साल भर बीतते-बीतते आश्चर्यजनक तौर पर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया। दोनों नन्हीं परियों के अदभुत कारनामे देखते हुए, मात्र 3 वर्ष की आयु में ही दोनों बहनों को अनेक मंचों पर आमंत्रित किया जाने लगा, जहां उनके कारनामे देखकर लोग दांतो तले उगली दबा लेते।

बेटियों की इस लाजवाब साधना को देखते हुए माता-पिता ने इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने को सोचा तथा जानकारी एकत्रित कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) के कार्यालय से संपर्क किया। वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्था GBWR ने दोनों बच्चियों की खासियत को जाँचने-परखनें का फैसला किया, जिसे माता-पिता ने स्वीकार किया तथा अराध्या (Aaradhya) तथा सानवी (Sanvi) ने बड़ी आसानी से कर दिखाने की इच्छा व्यक्त की। आखिरकार वह समय आया जब 2 सितंबर 2020 को यू के जी (UKG) में पढ़ने वाली कुमारी अराध्या ने मात्र 4 वर्ष 5 माह 17 दिन की आयु में एक मिनट में अत्यंत कठिन 25 चक्रासन योगा करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का अद्भुत कारनामा करते हुए एक मिनट में सर्वाधिक चक्रासन योगा करने (Most Chakrasan Yoga Performed in one Minute) शीर्षक के साथ अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) में दर्ज कराया। श्री शिवराज जी एवं श्रीमती अरूणा जी की बेटी की इस वैश्विक उपलब्धि पर चारों तरफ खूब प्रशंशा हुई तथा अनेक सम्मानों से नवाजा गया।

माता-पिता अपनी छोटी पुत्री कुमारी सानवी की खासियत से भी वाकिफ थे फलतः उसकी उपलब्धि को भी वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराने का निश्चय किया। 20 नवंबर 2020 को मात्र 3 वर्ष 3 महीने 7 दिन के उम्र में कुमारी सानवी ने एक मिनट में 123 ताइक्वांडो करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला। एल के जी (LKG) में पढ़ने वाली सानवी का नाम एक मिनट में सर्वाधिक ताइक्वांडो साइड सिट-अप्स परफॉर्म करने (Most Taekwondo Side Sit Ups Performed in One Minute) शीर्षक से गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) में स्वर्णाक्षरों में नाम अंकित हो गया। आज इतनी छोटी उम्र में ही दोनों बेटियों को रोल मॉडल के रूप में देखा जाने लगा है तथा अनेक प्रतिष्ठित मंचों पर आमंत्रित एवं सम्मानित किया जाता है।